पुलिस की वर्दी को कलंकित कर रहे हैं,थानों में बैठे भ्रष्ट व लापरवाह SHO, वकील,पत्रकार सभी पर कहर बरसा रहे हैं।
सत्य ख़बर, गुरुग्राम, सतीश भारद्वाज:
एक तरफ तो हरियाणा के डीजीपी व सीपी गुरुग्राम आए मीडिया में दावे करते रहते हैं कि गुड़गांव पुलिस महिला और बच्चों की सुरक्षा के लिए सदैव तात्पर्य है जिसके लिए आए आए दिन किसी न किसी क्षेत्र में जागरूकता शिविर लगाकर लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं, लेकिन इन सब के बावजूद भी गुडगांव पुलिस की कार्य शैली पर आए दिन उंगलियां उठ रही है, जिसको लेकर जिलेवासियों में पुलिस के प्रति दिनों दिन रोष पनप रहा है।
जिलकी चर्चाएं हर तरफ हो रही लोगों का कहना है कि गुरुग्राम पुलिस कब कहां किस क्षेत्र में किस बात पर किसी को झूठा फसा दे कोई कुछ नहीं कह सकता है। अब तो पुलिस की प्रताड़ना से वकील, पत्रकार, बुद्धिजीवी व कामकाजी महिलाएं भी खूब हो रही है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। जिसको लेकर वकीलों ने पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
बता दें कि गुरुग्राम के सोहना में एक वकील के बुजुर्ग पिता के साथ हुई मारपीट के मामले में पुलिस द्वारा संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज न करने के विरोध में आज सोहना के वकीलों ने कार्य बहिष्कार कर दिया। सभी वकीलों ने कोर्ट परिसर में धरना दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि पुलिस राजनीतिक दबाव में काम कर रही है।
धरना दे रहे वकीलों ने आरोप लगाते हुए बताया कि 23 अक्टूबर को भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष हरवीर के बेटे ने एक वकील के बुजुर्ग पिता को बुरी तरह पीटा था। जिसे लेकर उस समय भी वकीलों ने दो दिन वर्क सस्पेंड किया था।उस समय पुलिस के आला अधिकारियों ने इस मामले में संबंधित धाराओं को लेकर वकीलों को आश्वासन दिया था। इस आश्वासन के बाद पुलिस ने केस में संबंधित धाराओं को नहीं लगाया गया।
पुलिस के इस रवैए को लेकर सोहना बार एसोसिएशन में सोमवार को वर्क सस्पेंड कर दिया। वहीं थाना पालम विहार पुलिस ने भी एक क्षेत्र के जागरूक लोगों के साथ भी भ्रष्ट दबंग से सात बार होकर फर्जी मामले में घसीटा हैं। जिसे यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस आजकल राजनीतिक दबाव व भ्रष्टाचार के चलते कुछ भी कर सकती है।